
हिन्दू महा पंचायत द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन सिग्नल चौक पर दिया कलेक्टर के नाम सयुंक्त कलेक्टर को ज्ञापन
रायगढ़ : आज दिनांक को हिन्दू पंचायत सभा के द्वारा सिंगनल चौक पर धरना प्रदर्शन किया गया और कलेक्टर के नाम सयुंक्त कलेक्टर को सिग्नल चौक पर ही ज्ञापन सौंप कर दोषियों के उपर कारवाई करें
क्या लिखा गया है ज्ञापन में:::
नारायणपुर में हाल ही में धर्मान्तरण ईसाइयों के द्वारा अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में आने वाले ग्रामीणों पर प्राणघातक हमले किए गए जिसके बाद क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव की स्थिति पैदा हुई ईसाईयों के द्वारा की गई इस घटनाओं ने समाज में विभेद पैदा करने का प्रयास किया है जिसके परिणाम स्वरूप समूचे छत्तीसगढ़ में सामाजिक विद्वेष की स्थिति निर्मित हो चुकी है।
शांतिप्रिय क्षेत्रों में भी अवैध धर्मांतरण के दुष्परिणाम के कारण अप्रिय घटनाएं सामने आ रही हैं इसके अलावा प्रदेश के लगभग सभी जिलों में ईसाई मिशनरियों के द्वारा अवैध तरीके से धर्मांतरण कराने की गतिविधियां चलाई जा रही है जिससे छत्तीसगढ़ का हिंदू समाज प्रभावित हो रहा है मिशनरियों के द्वारा किए जा रहे इन गतिविधियों के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में कानून व्यवस्था एवं सौहार्द बिगड़ने की घटना भी सामने आ चुकी है
इन्हीं परिस्थितियों को देखते हुए हिंदू समाज ने आज धरना प्रदर्शन का आवाहन किया था जिसमें अधिकाधिक संख्या में हिंदू समाज के नागरिक शामिल हुए समाज के विरुद्ध चल रहे षड्यंत्र एवं प्रदेश में बढ़ती सामाजिक वैमनस्यता के साथ-साथ सांप्रदायिकता की बनती स्थिति को रोकने के लिए जिला प्रशासन से हमारी निम्नलिखित मांगे हैं
क्षेत्र में बढ़ती धर्मांतरण की गतिविधियां पर तत्काल रोक लगाई जाए।
ईसाई मिशनरियों द्वारा प्रार्थना सभा में प्रलोभन एवं यीशु के चमत्कार की झूठी कहानी गढ़ने वालों पर कड़ी कार्यवाही की जाए।
नव धर्मांतरण के कारण समाज में बढ़ रही वैमनस्यता को दूर करने के लिए जिले में हिंदू संस्कृति का अपमान करने वाले ईसाइयों पर कड़ी कार्यवाही हो।
नारायणपुर में हिंसा करने वाले इसाई दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जाए।
नारायणपुर में 2 जनवरी को हुए घटना के बाद आरोपी बनाए गए निर्दोष जनजातीय ग्रामीणों पर लगे सभी केस वापस लिए जाएं एवं नि:शर्त उनकी रिहाई की जाए।
जिला प्रशासन के समक्ष हमने हिंदू समाज ने अपनी मांगों को रखा है अतः अब दोषियों पर उचित कार्यवाही करने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है यदि जिला प्रशासन ऐसा करने में विफल होता है वह हिंदू समाज के हितों की रक्षा करने में असमर्थ साबित होता है तो इसके बाद समाज अपने स्तर पर आवश्यक प्रतिकार करेगा जिसके पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।